anil ambani reliance power:-सेबी(SEBI) की कार्रवाई से जूझ रहे अनिल अंबानी ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर(Reliance Infrastructure) और रिलायंस पावर के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है हालांकि अंबानी के प्रवक्ता ने रविवार को उनके इस फैसले की जानकारी दे दिए साथ ही यह बताया है कि वह सेबी(SEBI) के फैसले का अध्ययन करने के बाद समय के साथ ही उन पर इसके खिलाफ कानूनी एक्शन ले सकते हैं सेबी ने ही रिलायंस होम फाइनेंस के पैसों का हेयर फेयर करने के लिए आप में अनिल अंबानी पर 5 साल का बान और 25 करोड रुपए का जुर्माना लगाया है साथ ही उन पर और रिलायंस होम फाइनेंस(Reliance Home Finance) के पूर्व कई अधिकारियों पर और भी जुर्माना ठोका है.
इसको भी पढ़े:-
- Neeraj Chopra, Paris Olympics: पेरिस में नीरज चोपड़ा को सिल्वर, बने देश के सबसे सफल ओलंपियन, पाकिस्तान के नदीम को गोल्ड
- bhagya lakshmi episode ki kahani in hindi
समय आने पर सही निर्णय लेंगे अनिल अंबानी (anil ambani reliance power)
अनिल अंबानी के प्रवक्ता ने कहा है कि सेबी के 11 फरवरी 2022 के अंतिम आदेश के बाद उन्होंने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर(Reliance Infrastructure) और रिलायंस पावर से दूरी बना ली है वह ढाई साल से लगातार उसे आदेश का पालन कर रहे हैं अब सेबी(SEBI) ने 22 अगस्त को दिए गए आदेश में उनके खिलाफ बैन लगाया है प्रवक्ता ने कहा कि हम सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद समय आने पर सही निर्णय लेंगे और हो सकेगा तो हम इसमें कानूनी कार्रवाई करेंगे
रिलायंस होम फाइनेंस पर भी लगा 6 महीने का बैन (anil ambani reliance power)
सेबी(SEBI) ने अपनी जांच के आधार पर यह कहा था कि अनिल अंबानी ने एक फ्रॉड स्कीम चलाई थी इसमें उनका साथ रिलायंस होम फाइनेंस के कुछ अधिकारियों ने भी दिया था इन सभी ने मिलकर पब्लिक लिस्टेड कंपनी के पैसों को हेर फेर किया है सेबी के अनुसार रिलायंस होम फाइनेंस ने प्रमोटर से जुड़ी आयोग की कंपनियों को लोन दिया है इसके चलते आगे जाकर या एनपीए हो गया और कई कंपनियों की वित्तीय हालत भी बिगड़ गई सवीना रिलायंस होम फाइनेंस पर भी 6 महीने का बैन लगाया था अनिल अंबानी 5 साल तक किसी भी लिस्टेड कंपनी के डायरेक्टर या किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं बैठ सकते हैं
रिलायंस इंफ्रा और पावर ने कहा- कारोबार पर असर नहीं पड़ेगा (anil ambani reliance power)
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के बयान में कहा गया है कि रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर(Reliance Infrastructure) की खिलाफ कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया था सेबी(SEBI) के अंतिम आदेश के अनुसार अनिल अंबानी ने कंपनी से खुद को अलग कर लिया है सेबी के द्वारा 22 अगस्त को दिए गए निर्देश के अनुसार रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के कारोबार और अन्य मामलों पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा उधर रिलायंस पावर ने भी अपने बयान में यही कारण गिनता है रिलायंस स्टाफ फ्रैक्चर के शेर शुक्रवार को 10.99 फीस दी नीचे जाकर 209.99 पर बंद हुए थे वहीं रिलायंस पावर का शेर लोअर सर्किट लगाकर 34.48 रुपए पर बंद हुआ था